Wednesday, 11 October 2017

What is EPS ?

EPS क्या फंडा है ?

EPS - कंपनी को सालाना जो Profit होता है, वो हर एक शेयर के हिस्से में जितना आता है उसे EPS कहते हैं । मान लीजिए कंपनी ABC को साल में 5 करोड़ का मुनाफा हुआ और कंपनी के कुल शेयरों की संख्यां ढाई (2.5) करोड़ है तो


          EPS= Total Profit/Number of Share = 5 Crore /2.5 Crore = 2

       इसका मतलब जितना ज्यादा Profit होगा, कंपनी का EPS भी ज्यादा होगा । इस प्रकार EPS को देखकर हम पता लगा सकते हैं कि कंपनी Profit कमा रही है या नहीं । अगर आपको EPS की Value Negative में मिलती है तो कंपनी को Loss हुआ है ।

EPS को हम निम्न तरीके के अनुसार भी निकाल सकते हैं -

    EPS = (Net Income - Dividend ) / Number of Outstanding Share

अगर कंपनी का EPS हर साल बढ़ रहा है तो कंपनी Grow कर रही है ।

Dilute EPS क्या होता है ?
       कंपनी के पास Total Share के अलावा कुछ Securities होती है जिसको वह जरूरत पड़ने पर Share में बदल सकते हैं । जब कंपनी ऐसी Securities को Share में बदल देती है तो कंपनी के कुल शेयरों की संख्यां बढ़ जाती है जिससे EPS की Value कम हो जाती है, अब जो EPS आया है, इसको Diluted EPS कहते हैं ।




कोई कंपनी अपनी Net income में बिना किसी बढ़ोतरी के भी EPS को ज्यादा कर सकती है ? जी हाँ , कंपनी अपने शेयरों को Buy Back कर सकती है । Buy Back से कंपनी के OPEN MARKET में जीतने शेयर थे वो कम हो जाएंगे ।
    ऊपर दिए गए उदाहरण में मान लेते हैं कि कंपनी ABC अपने 50 लाख शेयरों का Buy Back कर रही है । तो इस प्रकार कंपनी के Total Outstanding Share अब 2 करोड़ बच गए । अब हम कंपनी का 5 करोड़ Profit लेकर EPS निकालते हैं तो EPS = 2.5 आएगा ।
इस प्रकार कंपनी की Net Income में बिना कोई बढ़ोतरी हुए, कंपनी का EPS बढ़ गया है ।

Simple EPS हमेशा Diluted EPS से ज्यादा या बराबर होगी ।

आप सिर्फ EPS के आधार पर ही किसी कंपनी का Fundamental Analysis नहीं कर सकते । EPS को कंपनी मैनेजमेंट किसी भी प्रकार Manipulate करके आपको दिखा सकता है । किसी भी कंपनी का Fundamental विश्लेषण करने के लिए आपको और भी बहुत सी Ratios के बारे में आपको जानना होगा ।

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