indicator kya hai ( What is Indicator in Market In Hindi )
Market Indicator (मार्केट इंडिकेटर) यह हमें किसी भी script ( Share ) के trend के बारे में बताते हैं कि अब उस Share की कीमत ऊपर जाने वाली है या नीचे आने वाली है । कुछ Indicator हमें Fundamental Base पर बताते हैं तो कुछ Technical Base पर ।
अगर सीधी सी भाषा में बात करें तो जिस प्रकार कोई भी Vehicle (साधन ) को ठीक तरह से चलाने के लिए हमें कुछ Indicators का प्रयोग करना पड़ता है, जैसे कि हमने Left Turn लेना है तो Vehicle में से किस चीज़ को दबाना है, Right Turn लेना है तो किस बटन को, अगर एकदम से गाड़ी रोकनी है तो क्या सिग्नल देना है। इस प्रकार ये सभी Indicators ही तो हैं जो हमें गाड़ी को ठीक तरह से चलाने में मदद करते हैं । Indicators को हम सिग्नल भी कह सकते हैं ।
Fundamental Indicators - कुछ Indicators हमें Company की आर्थिक स्थिति के बारे में बता देते हैं । जैसे company की Total Annual Income कितनी है । उनकी Sale कितनी हुई है । कंपनी पर कितना कर्ज है । ये सब Fundamental कहलाता है ।
लेकिन हम यहाँ कुछ और Indicators की बात कर रहे हैं । जैसे - EPS, P/E Ratio, PEG, P/B Ratio, Dividend Yield, Dividend Payout Ratio, Return on Equity. इन सभी चीजों को आप यहाँ हमारे इस ब्लॉग में पढ़ सकते हो, लेकिन इसके लिए आपको इंतजार करना पड़ेगा । क्योंकि हमारा सोचना है कि Reader को बढ़िया Content देना । इसलिए हमें समय लगता है । हम यहाँ हर एक Post में समय समय पर अच्छा बदलाव करते रहते हैं इसलिए आप समय लगने पर सभी Posts को दोबारा पढ़ते रहें ।
Technical Indicator - ये Indicators स्टॉक के Chart पर आधारित होते हैं । Chart में बदलाव आने पर Indicators में बदलाव आ जाता है ।
Technical Indicators दो प्रकार के होते हैं - 1. Leading Indicators 2. Lagging Indicators
Leading Indicators - यह Indicators उस स्टॉक की कीमत में बदलाव आने से पहले हमें Signal दे देते हैं कि अब Stock की कीमत गिरने वाली है या ऊपर जाने वाली है । RSI, Stochastics Oscillator, CCI आदि ।
Legging Indicators - यह Indicators उस स्टॉक की कीमत में बदलाव आने के बाद हमें Signal दे देते हैं कि अब Stock की कीमत गिरने वाली है या ऊपर जाने वाली है । Moving Average, MACD आदि ।
अभी भी इस Post में और लिखा जाना है...................
अगर सीधी सी भाषा में बात करें तो जिस प्रकार कोई भी Vehicle (साधन ) को ठीक तरह से चलाने के लिए हमें कुछ Indicators का प्रयोग करना पड़ता है, जैसे कि हमने Left Turn लेना है तो Vehicle में से किस चीज़ को दबाना है, Right Turn लेना है तो किस बटन को, अगर एकदम से गाड़ी रोकनी है तो क्या सिग्नल देना है। इस प्रकार ये सभी Indicators ही तो हैं जो हमें गाड़ी को ठीक तरह से चलाने में मदद करते हैं । Indicators को हम सिग्नल भी कह सकते हैं ।
Fundamental Indicators - कुछ Indicators हमें Company की आर्थिक स्थिति के बारे में बता देते हैं । जैसे company की Total Annual Income कितनी है । उनकी Sale कितनी हुई है । कंपनी पर कितना कर्ज है । ये सब Fundamental कहलाता है ।
लेकिन हम यहाँ कुछ और Indicators की बात कर रहे हैं । जैसे - EPS, P/E Ratio, PEG, P/B Ratio, Dividend Yield, Dividend Payout Ratio, Return on Equity. इन सभी चीजों को आप यहाँ हमारे इस ब्लॉग में पढ़ सकते हो, लेकिन इसके लिए आपको इंतजार करना पड़ेगा । क्योंकि हमारा सोचना है कि Reader को बढ़िया Content देना । इसलिए हमें समय लगता है । हम यहाँ हर एक Post में समय समय पर अच्छा बदलाव करते रहते हैं इसलिए आप समय लगने पर सभी Posts को दोबारा पढ़ते रहें ।
Technical Indicator - ये Indicators स्टॉक के Chart पर आधारित होते हैं । Chart में बदलाव आने पर Indicators में बदलाव आ जाता है ।
Technical Indicators दो प्रकार के होते हैं - 1. Leading Indicators 2. Lagging Indicators
Leading Indicators - यह Indicators उस स्टॉक की कीमत में बदलाव आने से पहले हमें Signal दे देते हैं कि अब Stock की कीमत गिरने वाली है या ऊपर जाने वाली है । RSI, Stochastics Oscillator, CCI आदि ।
Legging Indicators - यह Indicators उस स्टॉक की कीमत में बदलाव आने के बाद हमें Signal दे देते हैं कि अब Stock की कीमत गिरने वाली है या ऊपर जाने वाली है । Moving Average, MACD आदि ।
अभी भी इस Post में और लिखा जाना है...................
Labels: Techincal Analysis
1 Comments:
trading ke liye indicator ke baare mein pata hona bahut hi jaruri hai aur aapke is technical indicator waale post se saari jnnkari mil rhi hai
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